
विश्व जनसंख्या दिवस की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) द्वारा 1989 में की गई थी।
World Population Day Today News In Hindi : हर साल 11 जुलाई को दुनिया भर में विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। यह दिन वैश्विक जनसंख्या से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान आकर्षित करने और इन चुनौतियों का सामना करने के लिए जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से समर्पित है। इस वर्ष, 2025 में, दुनिया की आबादी 8.1 अरब (810 करोड़) का आंकड़ा पार कर चुकी है, और यह अनुमान है कि 2050 तक यह 9.7 अरब और 2080 के दशक तक 10.4 अरब तक पहुंच सकती है। (World Population Day today, know what is the history of this day)
विश्व जनसंख्या दिवस का इतिहास
विश्व जनसंख्या दिवस की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) द्वारा 1989 में की गई थी। इसकी प्रेरणा 11 जुलाई, 1987 को मिली, जब दुनिया की जनसंख्या 5 अरब तक पहुंच गई थी। उस ऐतिहासिक दिन को "फाइव बिलियन डे" (Five Billion Day) के रूप में जाना गया, और इसी के बाद जनसंख्या संबंधी चिंताओं को वैश्विक मंच पर लाने की पहल शुरू हुई। 1990 में पहली बार 90 से अधिक देशों में इसे आधिकारिक तौर पर मनाया गया, और उसके बाद संयुक्त राष्ट्र महासभा ने दिसंबर 1990 में 11 जुलाई को हर साल विश्व जनसंख्या दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया।(World Population Day today, know what is the history of this day)
महत्व और उद्देश्य
विश्व जनसंख्या दिवस केवल आंकड़ों की बात नहीं करता, बल्कि यह उन सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय प्रभावों पर ध्यान केंद्रित करता है जो जनसंख्या वृद्धि के कारण उत्पन्न होते हैं। इस दिन का मुख्य उद्देश्य विभिन्न जनसंख्या मुद्दों पर लोगों की जागरूकता बढ़ाना है, जैसे:
परिवार नियोजन: यह सुनिश्चित करना कि प्रत्येक व्यक्ति को प्रजनन स्वास्थ्य और परिवार नियोजन के बारे में सूचित निर्णय लेने की स्वतंत्रता प्राप्त हो।
लैंगिक समानता: महिलाओं और लड़कियों को सशक्त बनाना, क्योंकि शिक्षा और सशक्तिकरण से प्रजनन दर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
गरीबी: जनसंख्या वृद्धि और गरीबी के बीच के संबंध को उजागर करना।(World Population Day today, know what is the history of this day)
मातृ स्वास्थ्य: मातृ मृत्यु दर को कम करने और सुरक्षित मातृत्व सुनिश्चित करने पर जोर देना।
मानव अधिकार: सभी व्यक्तियों के अधिकारों की रक्षा करना, विशेष रूप से प्रजनन अधिकारों की।(World Population Day today, know what is the history of this day)
पर्यावरण पर प्रभाव: बढ़ती जनसंख्या के कारण प्राकृतिक संसाधनों पर पड़ने वाले दबाव और पर्यावरण क्षरण (degradation) के बारे में जागरूकता फैलाना।
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जनसंख्या वृद्धि के प्रभाव
तेजी से बढ़ती जनसंख्या के कई गंभीर दुष्परिणाम होते हैं, जिनमें शामिल हैं कई तरह के कारण..
संसाधनों पर दबाव: भोजन, पानी, ऊर्जा, आवास और अन्य आवश्यक वस्तुओं की मांग में वृद्धि होती है, जिससे संसाधनों की कमी हो सकती है।
पर्यावरणीय क्षरण: अधिक उपभोग से ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन बढ़ता है, जिससे जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण, वनों की कटाई और जैव विविधता का नुकसान होता है।
आधारभूत संरचना पर बोझ: शहरों में भीड़भाड़, अपर्याप्त आवास, यातायात जाम और स्वास्थ्य व शिक्षा प्रणालियों पर अत्यधिक दबाव पड़ता है।
आर्थिक चुनौतियां: बेरोजगारी बढ़ती है, गरीबी में वृद्धि होती है, और प्रति व्यक्ति आय प्रभावित होती है।(World Population Day today, know what is the history of this day)
सामाजिक अशांति: संसाधनों की कमी के कारण समुदायों और देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है।
स्वास्थ्य सेवा पर दबाव: सीमित अस्पताल, क्लीनिक और डॉक्टरों के कारण बड़ी आबादी की जरूरतों को पूरा करना मुश्किल हो जाता है, जिससे बीमारियों का प्रसार बढ़ सकता है।(World Population Day today, know what is the history of this day)
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2025 की थीम: युवाओं को सशक्त बनाना
विश्व जनसंख्या दिवस 2025 की थीम है: "युवाओं को एक निष्पक्ष और आशापूर्ण विश्व में अपने मनचाहे परिवार बनाने के लिए सशक्त बनाना।" यह थीम इस बात पर जोर देती है कि आज की सबसे बड़ी युवा आबादी को यदि उचित संसाधन, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं और अवसर दिए जाएं, तो वे न केवल अपनी ज़िंदगी बेहतर बना सकते हैं बल्कि दुनिया को भी सकारात्मक दिशा में ले जा सकते हैं।(World Population Day today, know what is the history of this day)
भारत और जनसंख्या
भारत वर्तमान में दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश है, जिसने 2023 में चीन को पीछे छोड़ दिया है। 2025 तक भारत की जनसंख्या 1.46 अरब से अधिक होने का अनुमान है। हालांकि भारत में जनसंख्या वृद्धि की गति धीमी हुई है, फिर भी जनसंख्या का विशाल आधार कई चुनौतियां खड़ी करता है। ऐसे में भारत के लिए विश्व जनसंख्या दिवस का महत्व और भी बढ़ जाता है। परिवार नियोजन, प्रजनन स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच और शिक्षा को बढ़ावा देना भारत के लिए महत्वपूर्ण है ताकि सतत विकास सुनिश्चित किया जा सके।(World Population Day today, know what is the history of this day)
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