
एकीकृत चेक पोस्ट अटारी को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया जाएगा।
Pahalgam Attack News In Hindi: दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए हैं। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी। मिसरी ने कहा कि प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में आज शाम सीसीएस की बैठक हुई। सीसीएस को मंगलवार को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक मारे गए थे। कई अन्य लोग घायल हो गये। सीसीएस ने हमले की कड़ी निंदा की तथा पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की तथा घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि इस आतंकवादी हमले की गंभीरता को समझते हुए, सीसीएस ने निम्नलिखित उपाय करने का निर्णय लिया है:
1960 की सिंधु जल संधि तत्काल प्रभाव से तब तक निलंबित रहेगी जब तक कि पाकिस्तान विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से सीमा पार आतंकवाद के लिए अपना समर्थन नहीं छोड़ देता।
एकीकृत चेक पोस्ट अटारी को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया जाएगा। जो लोग वैध तरीके से सीमा पार कर गए हैं, वे 1 मई 2025 से पहले उस मार्ग से वापस लौट सकते हैं।
सार्क वीज़ा छूट योजना के तहत पाकिस्तानी नागरिकों को भारत की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। पाकिस्तानी नागरिकों को पहले जारी किया गया कोई भी एसपीईएस वीज़ा निरस्त माना जाएगा। एस.पी.ई.एस. वीज़ा के तहत भारत में मौजूद किसी भी पाकिस्तानी नागरिक के पास भारत छोड़ने के लिए 48 घंटे का समय होता है।
नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग के रक्षा, सैन्य, नौसेना और वायु सलाहकारों को अवांछित व्यक्ति घोषित कर दिया गया है। उनके पास भारत छोड़ने के लिए एक सप्ताह का समय है।
भारत इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग से अपने रक्षा, नौसेना और वायु सलाहकारों को वापस बुलाएगा। इन पदों को संबंधित उच्चायोगों में रिक्त माना जाएगा।
मिस्री ने कहा, "सीसीएस ने समग्र सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की और सभी बलों को हाई अलर्ट बनाए रखने का निर्देश दिया। यह निर्णय लिया गया कि इस हमले के अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा और उनके प्रायोजकों को जवाबदेह ठहराया जाएगा। तहव्वुर राणा के हाल के प्रत्यर्पण की तरह, भारत उन लोगों का पीछा करने के लिए निरंतर प्रयास करेगा जिन्होंने आतंकवादी कृत्यों को अंजाम दिया या उन्हें संभव बनाने की साजिश रची"।
पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले के बाद आज शाम प्रधानमंत्री आवास पर सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक हुई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल समेत कई शीर्ष अधिकारी भी शामिल हुए। यह बैठक ढाई घंटे तक चली।
मंगलवार को पहलगाम की बेसरान घाटी में हुए आतंकवादी हमले में 26 पर्यटक मारे गए और 17 अन्य घायल हो गए। आतंकवादियों ने पर्यटकों को निशाना बनाकर गोलीबारी की। आतंकी हमले के बाद बुधवार सुबह से ही सेना, एनआईए, पुलिस व अन्य एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। ड्रोन और हेलीकॉप्टरों के जरिए चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है। इसके साथ ही आतंकियों की तलाश भी जारी है। जम्मू-कश्मीर से लेकर दिल्ली तक हाई अलर्ट है।
बसरान घाटी में हुए हमले में शामिल दो स्थानीय आतंकवादियों की पहचान कर ली गई है। दो पाकिस्तानी आतंकवादियों की भी पहचान कर ली गई है। मंगलवार को आतंकवादियों ने करीब 20 मिनट तक एके-47 से गोलीबारी की। स्थानीय आतंकियों के नाम आदिल अहमद ठाकुर और आसिफ शेख बताए जा रहे हैं।
(For More News Apart From India took five big decisions, Pakistani citizens visas cancelled News In Hindi, Stay Tuned To Spokesman Hindi)