
महागठबन्धन के नेताओं को परेशानी है कि पुनरीक्षण से जितने रोहिंग्या और बांग्लादेशी हैं उनका नाम कट जाएगा: डॉ. संजय जायसावल
Bihar News In Hindi: पटना, 9 जुलाई। बिहार भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने आज कहा कि मतदाता पुनरीक्षण को लेकर कई दल विरोध कर रहे हैं और मिथ्या प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने बिना किसी के नाम लिए कहा कि एक क्षेत्रीय दल और एक राष्ट्रीय दल के युवराज क्यों बिहार में चक्का जाम किए थे, यह किसी को समझ में नहीं आया। क्योंकि खुद ही ये लोग सुप्रीम कोर्ट गए हैं, कल सुनवाई होनी है, ऐसे में आज इस बंद का क्या औचित्य है। उन्होंने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे खुद तो संविधान की पुस्तक लेकर घूमते हैं, लेकिन न उन्हें संविधान पर भरोसा है और न सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा है।
भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने राजद नेता तेजस्वी यादव के एक वीडियो की चर्चा करते हुए कहा कि उन्हें चिंता की कोई बात नहीं है। उनके माता-पिता का नाम वोटर लिस्ट में है, इसलिए उनका नाम मतदाता सूची में आ जाएगा और जब मैरिज सर्टिफिकेट देंगे, तो उनकी पत्नी का नाम जुड़ जाएगा।
उन्होंने कहा कि महागठबंधन के नेता आधार कार्ड को लेकर सवाल उठाए हैं। 2020 में पीएम नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में एक बिल लाया था कि आधार कार्ड को मतदान पहचान पत्र के साथ जोड़ना चाहिए, लेकिन कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने लिखा था, तब उन्होंने इसे संविधान में दिए गए मतदान के अधिकार की अवहेलना बताया था। इसके अलावा, उस समय मनीष तिवारी और ओवैसी ने भी इसका विरोध किया था। ओवैसी ने उस समय इसे मूलभूत अधिकार के खिलाफ बताया था।
यही नहीं, तृणमूल कांग्रेस के एक नेता ने भी उस समय कहा था कि यह सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ है। शशि थरूर ने भी आधार कार्ड से जोड़ने का विरोध करते हुए कहा था कि यह नागरिकता का प्रमाण नहीं है। तेजस्वी यादव के रिश्तेदार राम गोपाल यादव ने भी उस समय कहा था कि वे इस बिल का विरोध कर रहे हैं।
उन्होंने राजद और कांग्रेस को आइना दिखाते हुए कहा कि जब लोकसभा में आधार कार्ड को मतदाता पहचान पत्र या मतदाता सूची से जोड़ने का बिल लाया जाता है, तो ये उसका विरोध करते हैं और आज वे इसकी बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इनकी हमेशा दोमुंही नीति रही है।
हाल ही में राजद की एक बैठक में तेजस्वी यादव बिहार की कानून व्यवस्था को लेकर सवाल भी उठा रहे हैं और शहाबुद्दीन और तस्लीमुद्दीन के अमर रहने का नारा भी लगवा रहे हैं। उनका यही दोहरा चरित्र है।
भाजपा के सांसद डॉ जायसवाल ने महागठबंधन से सवाल करते हुए कहा कि जब सुप्रीम कोर्ट में इस मामले को लेकर कल यानी 10 जुलाई को सुनवाई होनी है, तो आज चक्का जाम का क्या औचित्य है? क्या वह सुप्रीम कोर्ट को धमकी देना चाहते हैं कि मेरी बात सुनने को मजबूर हो? 2003 में लालू यादव के समय जब पूरा 31 दिन में ऐसा हो सकता है, तो आज क्यों नहीं? क्या लालू यादव उस समय कुछ घोटाला किए थे, तो उन्हें बताना चाहिए था। 1965 में जब लाल बहादुर शास्त्री पीएम थे और 1983 में जब इंदिरा गांधी पीएम थीं, तब पुनरीक्षण कार्य हुआ था। देखा जाए तो 20 साल में यह पुनरीक्षण कार्य होता है।
उन्होंने कहा कि महागठबंधन और खासकर राहुल गांधी जानते हैं कि बिहार में उनकी हार निश्चित है, इस कारण वे बहाना ढूंढ रहे हैं। उन्होंने कहा कि 7.70 करोड़ फॉर्म बांटे गए हैं, आधे वापस जमा भी हो गए हैं, तो दिक्कत क्या है?
उन्होंने कहा कि इस पुनरीक्षण से जितने रोहिंग्या और बांग्लादेशी हैं, उनकी पोल खुल जाएगी और उनका नाम कट जाएगा। किशनगंज में 105 प्रतिशत आधार कार्ड बना है, जबकि अररिया में 103 प्रतिशत, यानी आबादी से ज्यादा आधार कार्ड बना है। यह बड़ा सवाल है। इसलिए महागठबंधन की चाहत है कि वे वोटर बने रहें, यही कारण है कि वे यह विरोध कर रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि किशनगंज जिले में 2.27 लाख लोगों ने आवासीय पत्र बनाने के लिए आवेदन भरा है। किशनगंज में समझा जाता है कि वोटर लिस्ट में कितनी गड़बड़ी हुई है। यही कारण है कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव नाटक कर रहे हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से भी इसमें सहयोग करने की अपील की।
इस प्रेस वार्ता में प्रदेश उपाध्यक्ष सिद्धार्थ शंभु, अनामिका पासवान, मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल, प्रवक्ता कुंतल कृष्ण और सूरज पांडेय उपस्थित रहे।
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