
यह यात्रा राज्य सरकार के हर गांव, हर वार्ड और हर मोहल्ले को नशा मुक्त बनाने के संकल्प का प्रतीक है।
CM Mann and Arvind Kejriwal Started Nasha Mukti Yatra News In Hindi: पंजाब को नशा मुक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज नवाशहर में औपचारिक रूप से 'नशा मुक्ति यात्रा' की शुरुआत की। यह यात्रा राज्य सरकार के हर गांव, हर वार्ड और हर मोहल्ले को नशा मुक्त बनाने के संकल्प का प्रतीक है।
यह लड़ाई सरकार की नहीं, हर पंजाबी की है - मान
इस ऐतिहासिक अभियान की शुरूआत नवाशहर के गांव लंगरोआ से की गई, जहां भगवंत मान स्वयं उपस्थित रहे और उन्होंने स्थानीय लोगों से नशे के खिलाफ लड़ाई में भागीदार बनने की अपील की। उन्होंने कहा, "यह लड़ाई सिर्फ़ सरकार की नहीं है, यह हर पंजाबी की लड़ाई है। जब तक लोग खुद जागरूक नहीं होंगे और नशे के खिलाफ़ खड़े नहीं होंगे, तब तक इस ज़हर को खत्म नहीं किया जा सकता।"
मुख्यमंत्री हेल्पलाइन
मुख्यमंत्री मान ने कहा कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए राज्य सरकार ने एक विशेष हेल्पलाइन शुरू की है, जिस पर नागरिक मादक पदार्थों की तस्करी के बारे में गोपनीय जानकारी दे सकते हैं। साथ ही नशा छोड़ने के इच्छुक लोगों के लिए राज्य भर में उपचार एवं पुनर्वास केन्द्रों की व्यवस्था को सुदृढ़ किया गया है।
अरविंद केजरीवाल की अपील
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पंजाब पुलिस और सरकार ने पिछले ढाई महीने में नशा तस्करों पर बड़ा प्रहार किया है। लेकिन अब यह लड़ाई एक जन आंदोलन बन जाएगी। "हर गांव और वार्ड के लोग शपथ लेंगे - वे स्वयं नशा नहीं करेंगे, नशा बिकने नहीं देंगे और नशे के आदी लोगों का इलाज करेंगे।"
गांव-गांव तक जागरूकता और भागीदारी
इस अभियान में पंचायतें, ग्राम सुरक्षा समितियां, पंजाब पुलिस और जिला प्रशासन मिलकर काम करेंगे। 2 से 4 मई के बीच राज्य के सभी जिलों में बैठकें आयोजित की गईं, जिनमें स्थानीय प्रतिनिधियों और अधिकारियों को अभियान की रूपरेखा के बारे में जानकारी दी गई। नशा मुक्ति यात्रा का उद्देश्य न केवल कानून के माध्यम से नशीले पदार्थों की रोकथाम करना है, बल्कि जन भागीदारी के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन लाना भी है।
यात्रा का सामाजिक संदेश
नशा मुक्ति यात्रा का उद्देश्य न केवल नशा विरोधी जागरूकता पैदा करना है, बल्कि समाज में सकारात्मक माहौल बनाना भी है। इस दौरान प्रत्येक गांव और वार्ड में सामूहिक शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किए जाएंगे, जहां स्थानीय लोग नशा मुक्त समाज के लिए शपथ लेंगे।