
इस नामांकन-आधारित गोल्डन वीज़ा के इच्छुक आवेदक अपने देश से ही पूर्व-मंजूरी प्राप्त कर सकते हैं
UAE Golden Visa News In Hindi: यूएई ने हाल ही में भारतीयों के लिए नामांकन-आधारित गोल्डन वीज़ा शुरू किया है, इसके लिए किसी ट्रेड लाइसेंस या प्रॉपर्टी की ज़रूरत नहीं है। आप एक बार में 100,000 AED (करीब 23.3 लाख रुपये) का शुल्क अदा करते हैं, और जांच के बाद आपको स्थायी निवास मिल जाता है। यह पहले के नियमों से बहुत बड़ा बदलाव है, जिसमें रियल एस्टेट या व्यवसाय में 2 मिलियन AED निवेश की आवश्यकता होती थी।
क्या है यह नया गोल्डन वीज़ा? (What is this new Golden Visa?)
पहले, यूएई का गोल्डन वीज़ा मुख्य रूप से उन व्यक्तियों के लिए था जो यूएई में 4.66 करोड़ रुपये या उससे अधिक की संपत्ति में निवेश करते थे या बड़े व्यवसायों में शामिल होते थे। लेकिन नई नीति के तहत, अब भारतीय नागरिक लगभग 23.30 लाख रुपये का एकमुश्त शुल्क देकर आजीवन यूएई के गोल्डन वीज़ा का लाभ उठा सकते हैं। यह पारंपरिक निवेश-आधारित मॉडल से एक बड़ा बदलाव है, जिसका उद्देश्य संस्कृति, व्यापार, विज्ञान, वित्त और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में योगदान करने वाले पेशेवरों को आकर्षित करना है।
किसके लिए है यह सुनहरा अवसर? (For whom is this golden opportunity?)
यह नया गोल्डन वीज़ा अब केवल बड़े निवेशकों या व्यापारियों तक ही सीमित नहीं है। अब वैज्ञानिक, अधिकारी, फ्रंटलाइन कार्यकर्ता, स्कूल शिक्षक, प्रधानाचार्य और विश्वविद्यालय के संकाय, 15 साल से अधिक अनुभव वाले नर्स, यूट्यूबर, पॉडकास्टर और डिजिटल कंटेंट क्रिएटर्स, 25 वर्ष से अधिक आयु के मान्यता प्राप्त ई-स्पोर्ट्स पेशेवर भी इस वीज़ा के लिए आवेदन कर सकते हैं। यह उन भारतीयों के लिए एक बड़ा अवसर है जो दुबई या यूएई के अन्य शहरों में बसना, काम करना या व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं।
आवेदन प्रक्रिया और पात्रता (Application Process & Eligibility)
इस नामांकन-आधारित गोल्डन वीज़ा के इच्छुक आवेदक अपने देश से ही पूर्व-मंजूरी प्राप्त कर सकते हैं, उन्हें दुबई जाने की आवश्यकता नहीं होगी। आवेदन प्रक्रिया में कुछ महत्वपूर्ण जांच शामिल होंगी, जैसे कि एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग जांच, आपराधिक पृष्ठभूमि सत्यापन और यहां तक कि सोशल मीडिया ऑडिट भी। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि आवेदक का प्रोफ़ाइल यूएई के मानकों के अनुरूप हो और वह यूएई की अर्थव्यवस्था या संस्कृति में सकारात्मक योगदान दे सके। अंतिम नामांकन का अधिकार यूएई सरकार के अधिकारियों के पास सुरक्षित रहेगा।
भारत में, इस नए वीज़ा मॉडल के परीक्षण के लिए भारत और बांग्लादेश को चुना गया है। भारत में नामांकन-आधारित गोल्डन वीज़ा के प्रारंभिक स्वरूप का परीक्षण करने के लिए रायद ग्रुप नामक एक परामर्श कंपनी को अधिकृत किया गया है, जो आवेदनों को सत्यापित कर यूएई सरकार को भेजेगी।
गोल्डन वीज़ा के लाभ, यह गोल्डन वीज़ा धारकों को कई लाभ प्रदान करता है(Benefits of Golden Visa)
आजीवन निवास: यह वीज़ा धारक को यूएई में स्थायी रूप से रहने की अनुमति देता है, जिससे बार-बार वीज़ा नवीनीकरण की आवश्यकता समाप्त हो जाती है।
परिवार को साथ लाने की छूट: गोल्डन वीज़ा धारक अपने परिवार के सदस्यों को भी यूएई ला सकते हैं।
व्यवसाय और पेशेवर कार्य की अनुमति: धारक यूएई में व्यवसाय स्थापित कर सकते हैं या पेशेवर गतिविधियों में संलग्न हो सकते हैं।
कर्मचारियों को नियुक्त करने की अनुमति: वीज़ा धारक नौकर और ड्राइवर जैसे कर्मचारियों को भी नियुक्त कर सकते हैं।
निवेश की बाध्यता नहीं: नई नीति के तहत अब संपत्ति खरीदने या बड़ा व्यावसायिक निवेश करने की कोई बाध्यता नहीं है।
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