
उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की सिख-विरोधी नीति ही थी जिसके चलते पार्टी में सिख चेहरों को अपमानित किया जाने लगा
New Delhi News In Hindi: दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की मीडिया सेल के चेयरमैन सरदार सुखविंदर सिंह बब्बर ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी गांधी परिवार के इशारे पर सिख नेताओं को अपमानित करके पार्टी से निकाल रही है और अब कांग्रेस में सिख नेताओं के लिए कोई जगह नहीं बची है।
आज यहां जारी एक बयान में सरदार सुखविंदर सिंह बब्बर ने कहा कि हाल ही में कांग्रेस पार्टी ने वरिष्ठ नेता गुरचरण सिंह राजू को पार्टी से निकाल दिया है। इससे पहले सरदार तरविंदर सिंह मरवाहा और सरदार अरविंदर सिंह लवली जैसे कई वरिष्ठ नेता पहले ही कांग्रेस पार्टी छोड़ चुके हैं।
उन्होंने कहा कि असल में 1984 में श्री दरबार साहिब (स्वर्ण मंदिर) पर टैंकों और तोपों से किए गए हमले के समय से ही कांग्रेस पार्टी में सिखों के प्रति नफरत की भावना बहुत तीव्र हो गई थी। इसी के चलते नवंबर 1984 में कांग्रेस ने सिखों का नरसंहार करवाया, जिसमें हजारों निर्दोष सिखों को टायर डालकर जला दिया गया।
उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की सिख-विरोधी नीति ही थी जिसके चलते पार्टी में सिख चेहरों को अपमानित किया जाने लगा और ऐसा माहौल बना दिया गया कि सिखों ने खुद को कांग्रेस से दूर कर लिया। जो सिख कांग्रेस में थे, वे भी पार्टी छोड़ने लगे। उन्होंने कहा कि अब तो हालात यह हैं कि जो सिख नेता कांग्रेस में बचे भी हैं, उन्हें भी अपमानित करके निकाला जा रहा है।
सरदार बब्बर ने कहा कि दिल्ली के सिख कभी भी कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार को माफ नहीं कर सकते, जिन्होंने सिख नरसंहार के दोषियों – सज्जन कुमार, जगदीश टाइटलर और कमलनाथ – को बड़े-बड़े पदों से नवाजा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने एसआईटी का गठन किया, जिसने बंद केसों को दोबारा खोला और आज सज्जन कुमार सहित कई दोषी जेलों में हैं। जो बाहर हैं, उन्हें भी सजा दिलाने की तैयारी चल रही है और ये सभी दोषी भी जल्द सलाखों के पीछे होंगे।
(For More News Apart From Sikh leaders are being humiliated and expelled from Congress Sukhwinder Singh Babbar News In Hindi, Stay Tuned To Rozana Spokesman Hindi)