Online Gaming Case: ऑनलाइन गेमिंग कानून पर सुप्रीम कोर्ट सख्त, केंद्र से मांगा जवाब

खबरे |

खबरे |

Online Gaming Case: ऑनलाइन गेमिंग कानून पर सुप्रीम कोर्ट सख्त, केंद्र से मांगा जवाब
Published : Nov 4, 2025, 5:56 pm IST
Updated : Nov 4, 2025, 5:56 pm IST
SHARE ARTICLE
Supreme Court strict on online gaming law, seeks response from Centre news in hindi
Supreme Court strict on online gaming law, seeks response from Centre news in hindi

सुप्रीम कोर्ट ने ऑनलाइन गेमिंग कानून पर केंद्र सरकार से विस्तृत जवाब मांगा है।

Online Gaming Case: सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को केंद्र सरकार से उन याचिकाओं पर विस्तृत जवाब दाखिल करने को कहा है, जिनमें उस ऑनलाइन गेमिंग कानून को चुनौती दी गई है जो ऑनलाइन जुए से जुड़े खेलों, उनसे संबंधित बैंकिंग सेवाओं और विज्ञापनों पर प्रतिबंध लगाता है। जस्टिस जे.बी. पारदीवाला और के.वी. विश्वनाथन की पीठ को बताया गया कि केंद्र सरकार ने इन याचिकाओं में किए गए अनुरोधों पर अपना प्रारंभिक जवाब पहले ही दाखिल कर दिया है।

बेंच ने निर्देश दिया कि केंद्र सरकार की ओर से पेश अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल (ASG) मुख्य याचिका पर विस्तृत जवाब दाखिल करें। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार अपने जवाब की प्रति पहले से ही याचिकाकर्ताओं के वकीलों को उपलब्ध कराए, ताकि वे आवश्यकता पड़ने पर जल्द ही अपना प्रत्युत्तर दाखिल कर सकें।

‘ऑनलाइन गेमिंग संवर्धन और विनियमन अधिनियम, 2025’ देश का पहला केंद्रीय कानून है, जो ऑनलाइन जुए से जुड़े गेम्स पर प्रतिबंध लगाता है। इस कानून को दिल्ली, कर्नाटक और मध्य प्रदेश हाईकोर्टों में चुनौती दी गई थी। वरिष्ठ वकील सीए सुंदरम ने कोर्ट को बताया कि इस कानून के चलते यह पूरा व्यवसाय एक महीने से अधिक समय से बंद पड़ा है। सुनवाई के दौरान एक अन्य वकील ने कहा कि इस मामले में एक नई याचिका दायर की गई है, लेकिन उसे सूचीबद्ध नहीं किया गया है।

अब इस मामले की सुनवाई  26 नवंबर को निर्धारित की गई है। सुनवाई के दौरान सुंदरम ने कहा, “मैं एक शतरंज खिलाड़ी हूं और यह मेरा पेशा है। मैं एक ऐप लॉन्च करने की तैयारी में था।” इस पर जस्टिस पारदीवाला ने टिप्पणी की, “भारत एक अनोखा देश है — आप खिलाड़ी हैं, खेलना चाहते हैं, यही आपका आजीविका का साधन है, इसलिए आप इस कार्यवाही का हिस्सा बनना चाहते हैं।”

वकील ने बताया कि याचिकाकर्ता ऑनलाइन प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं और इसके लिए एंट्री फीस भी अदा करते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया कि उनकी याचिका को भी अन्य लंबित याचिकाओं के साथ जोड़ा जाए।

सुप्रीम कोर्ट वर्तमान में ऑनलाइन गेमिंग कानून को चुनौती देने वाली सभी याचिकाओं की एक साथ सुनवाई कर रहा है। इसके साथ ही, केंद्र सरकार से ऑनलाइन जुए और सट्टेबाजी करने वाले प्लेटफ़ॉर्म्स पर प्रतिबंध लगाने की मांग वाली एक अन्य याचिका की सुनवाई भी 26 नवंबर को तय की गई है। सोमवार को शीर्ष अदालत ने ‘जवाबदेही और प्रणालीगत परिवर्तन केंद्र (CASC)’ तथा शौर्य तिवारी द्वारा दायर याचिका पर भी केंद्र सरकार से जवाब मांगा था।

(For more news apart from Supreme Court strict on online gaming law, seeks response from Centre news in hindi, stay tuned to Roznaspokesman Hindi)

SHARE ARTICLE

ROZANASPOKESMAN

Advertisement

 

'हमारा गांव बिकाऊ है' पोस्टर विवाद बढ़ा, SHO के खिलाफ कार्रवाई

03 Jun 2025 5:49 PM

रोती हुई महिला ने निहंग सिंह पर लगाया आरोप बेअदबी, फिरोजपुर जमीन विवाद निहंग सिंह मामला

03 Jun 2025 5:48 PM

पंजाब किंग्स की जीत! मुंबई इंडियंस को हराकर फाइनल में बनाई जगह, अब RCB से होगी बड़ी टक्कर

02 Jun 2025 6:41 PM

Punjab Kings Vs RCB ! सुनें दिल्ली कैपिटल्स के गेंदबाज मोहित शर्मा किसका कर रहे हैं समर्थन

02 Jun 2025 6:39 PM

जेल से बाहर आने के बाद जगदीश भोला का EXCLUSIVE वीडियो

02 Jun 2025 6:37 PM

राजबीर कौर ने बताया कपिल शर्मा और भारती बहुत शरारती हैं, Rajbir kaur Exclusive Interview

02 Jun 2025 6:35 PM